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*बीमार पशुओं की दवाई के लिए परेशान हो रहे किसान* ब्लॉक मूंढापांडे क्षेत्र में टूल टैक्स के करीब बने पशुओं के लिए अस

*बीमार पशुओं की दवाई के लिए परेशान हो रहे किसान*


ब्लॉक मूंढापांडे क्षेत्र में टूल टैक्स के करीब बने पशुओं के लिए अस्पताल में किसानों के पशुओं के लिए समय से दवाई नहीं मिल पा रही है, इसका कारण है समय से अस्पताल में डॉक्टरों का ना पहुंचना जिसकी वजह से किसान अस्पताल से जानवरों की बिना दवाई लिए हुए ही वापस लौट जाते हैं, किसानों का कहना है कि जब तक जानवरों के अस्पताल में डॉक्टर समय से नहीं पहुंचेंगे तब तक पशुओं का इलाज और दवाई नहीं मिल सकती है, वही पशु चिकित्सालय में तैनात कर्मचारी ने बताया कि ₹2 और ₹5 की पर्ची बनाई जाती है उसके बाद ही दवाई दी जाती है और मेडिकल से भी दवाई लिख कर दे देते हैं अस्पताल के अंदर दवाई होने के बाद भी डॉक्टर मेडिकल से दवाई लिखकर जरूर देते हैं

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